पुणे के बाद अब महाराष्ट्र में जीका वायरस के मामले सामने आने के बाद 'केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय' ने 3 जुलाई 2024 को राज्यों के लिए खास एडवाइजरी जारी की है.
2 जुलाई
2024 को पुणे में एक 55 साल की महिला में जीका वायरस के इंफेक्टेड पाई गई थीं. जिसके बाद महाराष्ट्र से लगातार जीका वायरस (Zika Virus) के मामले सामने आ रहे हैं और अब तक इनकी संख्या 7 बताई जा रही है. वही जीका वायरस के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों को गर्भवती महिलाओं की जांच और उनकी खास देखरेख के लिए अलर्ट रहने की सलाह दी गई है.
महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहे हैं जीका वायरस के मामले
महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में जीका वायरस (Zika virus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है कि यह स्थिति गर्भवती महिलाओं के लिए ठीक नहीं है. और उनकी समय-समय पर जांच बेहद जरूरी है. अगर कोई महिला इस बीमारी से संक्रमित हो भी जाती हैं तो उनकी भ्रूण के विकास की निगरानी रखनी चाहिए.
जीका वायरस एडीज मच्छर के काटने से होता है
बता दू स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल ने जारी परामर्श में कहा है कि मंत्रालय ने स्वास्थ्य सुविधाओं से एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति का निर्देश दिया है. जो एडीज मच्छरों (Aedes Mosquitoes) से होने वाली बीमारी की निगरानी करता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जीका वायरस के इंफेक्शन एडिज मच्छर के काटने से फैलता है. सिर्फ इतना ही नहीं इससे डेंगू- चिकनगुनिया भी होता है.
जीका वायरस और उसके लक्षण
जीका वायरस (Zika virus) एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. जो डेंगू और चिकनगुनिया के मच्छरों के कारण होते हैं. यह वायरस पहली बार 1947 में युगांडा में हुआ था. और यह वायरस वहीं के पेड़ में पाया गया था.
कैसे फैलता है जीका वायरस?
जीका वायरस (Zika virus) संक्रमित मच्छर एडीज एजिप्टी और एल्बोपिक्टस के काटने से फैलता है. वही यह वायरस यौन संपर्क, ब्लड इंफेक्शन या प्रसव के दौरान संक्रमित मां से होने वाले बच्चे में प्लेसेंटा के जरिए बहुत तेजी से फैल सकता है. इसलिए गर्भवती महिला को पहली तिमाही में अल्ट्रासाउंड स्क्रीनिंग कराते वक्त अवश्य सावधान रहना चाहिए.
जीका वायरस के लक्षण
आमतौर पर देखा गया है जीका वायरस से संक्रमित 80 फीसदी लोगों में कोई संक्रमण नहीं दिखते है, लेकिन अगर किसी को बुखार, दाने, जोड़ों और उनके मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द या कंजेक्टिवाइटिस जैसा लग रहा है, तो उसे इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए. यह लक्षण संक्रमित मच्छर के काटने के एक सप्ताह बाद दिखाई देते हैं और बाद में लगभग एक सप्ताह तक बने रह सकते हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले अपने संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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