संचार एक ऐसी क्रिया है जो व्यक्ति या समूह के बीच ज्ञान, विचार और भावनाओं को साझा करने का माध्यम है। यह एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो लोगों को एक-दूसरे के साथ संपर्क और संवहन करने की स्वतंत्रता देता है। यह व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और उत्तराधिकार का एक महत्वपूर्ण साधन बनता है। इस लेख में, हम संचार के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से जानेंगे।
संचार का अर्थ (Meaning of
communication in Hindi)
"संचार" शब्द संस्कृत शब्द "संचरति" से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ है "चलना या गति में रहना"। यह एक प्रक्रिया है जिसमें जानकारी, विचार या भावनाएँ एक व्यक्ति या समूह से दूसरे व्यक्ति या समूह तक पहुँचाई जाती हैं। संचार व्यक्ति के विचारों, भावनाओं, ज्ञान के साथ संबंधित होता है और उनके सोचने तथा विचार करने के तरीकों को प्रभावित करता है।
संचार क्या है ? (Sanchar Kya Hai)
संचार या कम्युनिकेशन विभिन्न तरीकों और माध्यमों का उपयोग करके व्यक्तियों या समूहों के बीच सूचनाओं, विचारों, भावनाओं और उनके संदेशों के आदान-प्रदान की प्रक्रिया होती है। संचार किसी के साथ इंटरेक्ट होने, सम्बन्ध स्थापित करने, अर्थ बताने और समझने का सबसे आसान और सरल तरीका माना जाता है। संचार (Communication) के कई तरीके हो सकते है जैसे की लिख कर, बोल कर, इशारो से, ग्राफ से, इमेज, पिक्चर और टेक्नोलॉजिकल चैनल जैसे की सोशल मीडिया, ईमेल, टेक्स्ट मैसेज वीडियो ऑडियो कॉल आदि।
संचार के प्रकार (Types of
Communication in Hindi)
संचार के विभिन्न प्रकार होते हैं जो विभिन्न माध्यमों का उपयोग करके सम्प्रेषण को संभव बनाते हैं। और ये प्रमुखत: नौ विधाओं में हो सकते हैं:
1. भाषिक संचार: यह सबसे प्राचीन और प्रमुख संचार माध्यम है। इसमें भाषा, शब्दों और वाक्यों का उपयोग होता है जो विचारों को समय के साथ संवहन करने के लिए किया जाता है।
2. गतिविधि संचार: यह संचार का एक अल्प रूप है जिसमें शरीरिक हारकतों, चेहरे की भावनाओं और अंगों की भाषा का उपयोग होता है।
3. रेखांकित संचार: इसमें लिखित शब्दों या चित्रों का उपयोग होता है। यह समय के साथ संवहन करने के लिए सबसे स्थायी रूप में माना जाता है।
4. ग्राफिक संचार: इसमें तस्वीरें, चार्ट्स, ग्राफिक्स और डायग्राम्स का उपयोग होता है जो ज्ञान और विचारों को सरल और स्पष्ट तरीके से समझने में मदद करता है।
5. तात्कालिक संचार: इसमें वीडियो, ऑडियो या व्यक्तिगत दर्शनियां शामिल हैं, जो संवहन को तात्कालिक बनाते हैं।
संचार का महत्व (Importance of
Communication in Hindi)
1. समाज में समृद्धि: संचार व्यक्ति और समुदाय के बीच ज्ञान, विचार और भावनाओं को साझा करने का माध्यम है। यह समाज के सभी सदस्यों को एक साथ जुट करने में मदद करता है।
2. व्यक्तिगत और सामाजिक विकास: यह व्यक्ति के व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उन्हें उनके विचारों को समय पर साझा करने का एक स्वतंत्र और उचित तरीका प्रदान करता है।
3. व्यावसायिक उद्योगों के विकास: संचार उद्योग एक बड़े हिस्से का है और विभिन्न उद्योगों को विकसित करने में मदद करता है।
4. सरकारी और निगमों के साथ संवाद: संचार का उपयोग सरकार और निगमों के साथ संवाद और जनता के बीच संप्रेषण करने के लिए किया जाता है। यह नीतियों और योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है और नागरिकों की राय और सुझावों को सुनने में मदद करता है।
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Conclusion
इस आर्टिकल में हमने संचार क्या है? संचार के प्रमुख प्रकार और महत्त्व के बारे में विस्तार से चर्चा किया है और उम्मीद करते है की यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। संचार एक महत्वपूर्ण और अवश्यक घटक है जो विभिन्न समुदायों और समाजों को एक साथ जोड़ने और ज्ञान को साझा करने में मदद करता है। यह व्यक्ति के विचारों और भावनाओं को साझा करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है और समाज में सद्भावना और समृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान करता है। इस आर्टिकल से सम्बंधित किसी तरह के सवाल और फीडबैक के लिए कमेंट कर सकते है आपका फीडबैक हमें बेहतर करने में मदद करता है।
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